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बचेली मृत्यु के बाद भी जीवित रहेगा यह शख्स।
बचेली एनएमडीसी रिटायर्ड कर्मचारी बरातू राम साहू जी निवासी डोंडी लोहरा के निधन पर उनकी देह को किया गया दान, एम्स मेडिकल प्रबंधन रायपुर को सौंपी देह ।
बचेली जीवन भर दीन-दुखियों, जरुरतमंदों की सेवा करने वाले इस शख्स का यह सिलसिला मौत के बाद भी जारी रहेगा। मौत के बाद भी यह शख्स मानवता की सेवा करेगा।
पुत्री नोम साहू ने भी पिता से प्रेरित होकर देहदान की वसीयत बनाई।
हम बात कर रहे हैं बरातू राम साहू जी जिन्होंने एनएमडीसी बचेली में 1969 में 19 वर्ष की उम्र में नौकरी की शुरुआत की 41 वर्षो तक मास्टर एच.ई.एम में मेकेनिक पद पर रहक़र एनएमडीसी में अपनी सेवाएं देने के बाद 31/3/2010 में सेवानिवृत्त होने के बाद श्री बरातू राम साहू जी अपने गृह ग्राम डोंडी लोहरा चले गए। स्वभाव से मिलनसार व्यक्तित्व के साहू जी का बचेली से हमेशा जुड़ाव रहा गाँव जाने के बाद भी उनकी सामाजिक गतिविधिया जारी रही 26 बार रक्त दान भी कर चुके है।
आज उन्होंने धार्मिक, सामाजिक और सांसारिक कर्मकांडो के भयानक मकडज़ाल से स्वयं को मुक्त कर ऐसी मिसाल रखी जो न सिर्फ मान्यताओं के अंधकार में प्रकाशपुंज बनकर समाज का मार्गदर्शन करेगी बल्कि कई लोगों को नवजीवन देने का भी काम करेगी। उनका कृतित्व सदैव जिंदा व अविस्मरणीय रहेगा।
जीते जी ले चुके थे संकल्प
डोंडी लोहरा में उन्होंने अपने जीवन काल में यह संकल्प ले रखा था कि उनका शरीर मृत्यु के उपरांत भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर को सौंप दिया जाए। उन्होंने यह संकल्प इसलिए लिया था कि मृत्यु के बाद उनका शरीर पंच तत्वों में विलीन हो जाएगा। यदि उसे मेडिकल को दे दिया जाएगा तो वह चिकित्सा क्षेत्र में अध्ययनरत डॉक्टरों को प्रशिक्षण सहित पीडि़तों के उपचार के लिए लाभकारी रहेगा। बचेली एनएमडीसी में 41 वर्षो तक अपनी सेवाए देने के बाद उनकी रुचि धार्मिक कार्यों, समाज सेवा में रही बरातू राम जी हमेशा दान-पुण्य करते रहते थे। यही वजह रही की उनकी शव यात्रा में डोंडी लोहरा के सैकड़ो लोग शामिल हुए एवं बड़े ही धूमधाम से उनकी शवयात्रा नगर चौक तक निकाली गई एवं भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर को 15/01/2020 को दोपहर 2:30 बजे उनके परिजनों ने देहदान किया है।
बचेली इंटक यूनियन के सदस्यों ने स्व श्री बरातू राम साहू जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
26 बार रक्त दान कर लोगो को दिया जीवन दान ।
आया संकल्प का दिन
श्री बरातू राम साहू जी ने 14 जनवरी की दरमियानी रात 2:45 के करीब 85 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन लेकिन जाते-जाते वे अपने संकल्प को पूरा कर गए और मानवता की सेवा में एक इबारत जोड़ दी। साहू जी के मृत्यु के 5 वर्ष पूर्व लिए गए संकल्प को आस्था बहुउद्देश्यीय कल्याण संस्था भिलाई में राजनांदगांव के वरिष्ठ पत्रकार अमित गौतम के माध्यम से वसीयत पत्र लिखकर दिया था। जिसकी पूर्णता के लिए उनके पुत्र,3 पुत्रियां,एवं उनकी पत्नी व परिजनों ने उनकी मृत्यु की सूचना एम्स मेडिकल प्रबंधन को दी। जरूरी औपचारिकताओं के बाद उनकी पार्थिव देह भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर के सुपुर्द कर दी है। बेटियों के अनुसार पिता ने जीवित रहते हुए हर जरूरतमंद की मदद की। मानवता की सेवा में रत रहे। जाते-जाते उन्होंने अपनी देह भी दान कर दी। पिता के कृतित्व पर हमें गर्व है। इसी राह पर चलते हुए स्वर्गीय बरातू राम साहू जी की पुत्री नोम साहू ने भी अपनी देहदान का वसीयत कर दिया है।
बचेली मृत्यु के बाद भी जीवित रहेगा यह शख्स।
बचेली एनएमडीसी रिटायर्ड कर्मचारी बरातू राम साहू जी निवासी डोंडी लोहरा के निधन पर उनकी देह को किया गया दान, एम्स मेडिकल प्रबंधन रायपुर को सौंपी देह ।
बचेली जीवन भर दीन-दुखियों, जरुरतमंदों की सेवा करने वाले इस शख्स का यह सिलसिला मौत के बाद भी जारी रहेगा। मौत के बाद भी यह शख्स मानवता की सेवा करेगा।
पुत्री नोम साहू ने भी पिता से प्रेरित होकर देहदान की वसीयत बनाई।
हम बात कर रहे हैं बरातू राम साहू जी जिन्होंने एनएमडीसी बचेली में 1969 में 19 वर्ष की उम्र में नौकरी की शुरुआत की 41 वर्षो तक मास्टर एच.ई.एम में मेकेनिक पद पर रहक़र एनएमडीसी में अपनी सेवाएं देने के बाद 31/3/2010 में सेवानिवृत्त होने के बाद श्री बरातू राम साहू जी अपने गृह ग्राम डोंडी लोहरा चले गए। स्वभाव से मिलनसार व्यक्तित्व के साहू जी का बचेली से हमेशा जुड़ाव रहा गाँव जाने के बाद भी उनकी सामाजिक गतिविधिया जारी रही 26 बार रक्त दान भी कर चुके है।
आज उन्होंने धार्मिक, सामाजिक और सांसारिक कर्मकांडो के भयानक मकडज़ाल से स्वयं को मुक्त कर ऐसी मिसाल रखी जो न सिर्फ मान्यताओं के अंधकार में प्रकाशपुंज बनकर समाज का मार्गदर्शन करेगी बल्कि कई लोगों को नवजीवन देने का भी काम करेगी। उनका कृतित्व सदैव जिंदा व अविस्मरणीय रहेगा।
जीते जी ले चुके थे संकल्प
डोंडी लोहरा में उन्होंने अपने जीवन काल में यह संकल्प ले रखा था कि उनका शरीर मृत्यु के उपरांत भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर को सौंप दिया जाए। उन्होंने यह संकल्प इसलिए लिया था कि मृत्यु के बाद उनका शरीर पंच तत्वों में विलीन हो जाएगा। यदि उसे मेडिकल को दे दिया जाएगा तो वह चिकित्सा क्षेत्र में अध्ययनरत डॉक्टरों को प्रशिक्षण सहित पीडि़तों के उपचार के लिए लाभकारी रहेगा। बचेली एनएमडीसी में 41 वर्षो तक अपनी सेवाए देने के बाद उनकी रुचि धार्मिक कार्यों, समाज सेवा में रही बरातू राम जी हमेशा दान-पुण्य करते रहते थे। यही वजह रही की उनकी शव यात्रा में डोंडी लोहरा के सैकड़ो लोग शामिल हुए एवं बड़े ही धूमधाम से उनकी शवयात्रा नगर चौक तक निकाली गई एवं भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर को 15/01/2020 को दोपहर 2:30 बजे उनके परिजनों ने देहदान किया है।
बचेली इंटक यूनियन के सदस्यों ने स्व श्री बरातू राम साहू जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
26 बार रक्त दान कर लोगो को दिया जीवन दान ।
आया संकल्प का दिन
श्री बरातू राम साहू जी ने 14 जनवरी की दरमियानी रात 2:45 के करीब 85 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन लेकिन जाते-जाते वे अपने संकल्प को पूरा कर गए और मानवता की सेवा में एक इबारत जोड़ दी। साहू जी के मृत्यु के 5 वर्ष पूर्व लिए गए संकल्प को आस्था बहुउद्देश्यीय कल्याण संस्था भिलाई में राजनांदगांव के वरिष्ठ पत्रकार अमित गौतम के माध्यम से वसीयत पत्र लिखकर दिया था। जिसकी पूर्णता के लिए उनके पुत्र,3 पुत्रियां,एवं उनकी पत्नी व परिजनों ने उनकी मृत्यु की सूचना एम्स मेडिकल प्रबंधन को दी। जरूरी औपचारिकताओं के बाद उनकी पार्थिव देह भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर के सुपुर्द कर दी है। बेटियों के अनुसार पिता ने जीवित रहते हुए हर जरूरतमंद की मदद की। मानवता की सेवा में रत रहे। जाते-जाते उन्होंने अपनी देह भी दान कर दी। पिता के कृतित्व पर हमें गर्व है। इसी राह पर चलते हुए स्वर्गीय बरातू राम साहू जी की पुत्री नोम साहू ने भी अपनी देहदान का वसीयत कर दिया है।
1 Comments
पर इतने बड़े हृदय के सम्राट होंगे सोचा नहीं था ! देह दान कर उनहोंन समाज में मिसाल पेश किया है ! स्व आत्मा को भाव भीनी श्रद्धांजलि !