दोनों ट्रेड यूनियन ने डिपाजिट 13 के निजीकरण का किया विरोध सौंपा ज्ञापन
DM सोनी बचेली संवाददाता
बचेली डिपाजिट क्र.13 में ठेकेदारी प्रथा के माध्यम से अडानी ग्रुप को उत्खनन संबंधित प्रारंभिक कार्य की शुरूआत किये जाने को लेकर इसके विरोध में एनएमडीसी के स्थानीय परियोजना की दोनों श्रमिक संगठनों एसकेएमएस एवं एमएमडबल्यूयू द्वारा संयुक्त रूप से सोमवार की संध्या एनएमडीसी लिमिटेड के निदेशक (उत्पादन) पी.के. सतपथी को ज्ञापन सौंपा गया। श्रमिक संगठनों द्वारा मांग की गई कि क्षेत्र की जनभावनाओं का सम्मान करते हुए प्रबंधन द्वारा अडाणी समूह को दी जा रही समस्त सुविधाओं को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाये एवं अडाणी समूह के ठेकेदारी प्रथा को समाप्त किेया जाये।
एसकेएमएस के सचिव श्री टी.जे शंकर राव जी ने बताया कि 5 अप्रेल सन 1978 में इसी डिपाजिट 13 एवं 11 बी फ्लोट में छत्तीसगढ़ के मज़दूर कार्यरत थे उनकी छटनी के विरोध में गोलीकांड की घटना घटी थी। हमने शुरू से ही अडानी ग्रुप को इसे दिए जाने का विरोध किया है। भविष्य में हो सकता है कि इसी तरह निजीकरण बढ़ता जाए जो कि किसी के लिए भी हितकर नही होगा।
परियोजना के विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारी, ठेका श्रमिकों ने बडी संख्या में प्रशासनिक भवन के सामने उपस्थित होकर जमकर नारेबाजी की। एसकेएमएस के सचिव टी.जे शंकर राव, एसकेएमएस अध्यक्ष बलवंत कौशल,एमएमडब्ल्यू के कार्यवाहक सदस्य बीनू मैथ्यू ,अशोक कुमार नाग ने डिपाजिट 13 के निजीकरण करने के प्रयासों का जमकर विरोध किया। इस दौरान राजेश मंडल,नारायण मंडल,राजेश दुबे सन्तोष टण्डन सहित दोनों श्रमसंघों के पदाधिकारी एवं सदस्य बडी संख्या में उपस्थित थे।
Dm सोनी संवाददाता नवप्रदेश
Dm सोनी संवाददाता नवप्रदेश
0 Comments