सर्व आदिवासी समाज की संवैधानिक जन चेतना रैली हज़ारो ग्रामीणों ने लिया हिस्सा Dm सोनी संवाददाता बचेली


सर्व आदिवासी समाज की संवैधानिक जन चेतना रैली हज़ारो ग्रामीणों ने लिया हिस्सा
Dm सोनी संवाददाता बचेली 


बचेली सर्व आदिवासी समाज के आह्वान पर 2 मार्च को बचेली किरंदुल क्षेत्र के स्थानीय आदिवासी हज़ारो की तादाद में किरंदुल फुटबॉल ग्राउंड से बचेली हॉकी ग्राउंड तक पद यात्रा संवैधानिक जन चेतना रैली निकाली इस बीच किरंदुल बचेली का आवागमन भी लगभग 2 घंटे प्रभावित रहा। सभी अपने  पारंपरिक वेशभूषा और परम्परागत हथियार टंगिया,फरसा,तीर कमान, आदि लेकर हाथों में तिरंगा लेकर कुछ के हांथो में भारतीय संविधान की किताब और कुछ के हाथ मे सामाजिक गोंडवाना झंडे ,ढोल मांदर ,हाथों में नारों की तख्ती के "मावा नाटे मावा राज " के नारे साथ नाचते गाते किरन्दुल से बचेली तक की पद यात्रा की ! पदयात्रा बचेली चेकपोस्ट से होते हुए हॉकी ग्राउंड पहुँचते ही सभा मे तब्दील हो गई। आप को बता दे कि इस रैली में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आये सामाजिक कार्यकर्तायो ने इस संवैधानिक जन चेतना रैली में अपनी उपस्थिति दर्ज की सर्व आदिवासी समाज के इस विरोध प्रदर्शन को छत्तीसगढ़ क्रांति सेना ने भी अपना समर्थन दिया। सर्वप्रथम मंच में विराजमान अतिथियों ने आदिवासी समुदाय के महापुरुषों को दीप प्रज्वलित कर याद किया उसके पश्चात मंचासीन अतिथियों का महुए के फूल की माला से स्वागत किया गया एवं पारंपरिक चावल हल्दी का तिलक लगाया गया। उसके बाद सभी अतिथियों ने सभा को सम्बोधित किया सर्व आदिवासी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने अपने चिरपरिचित अंदाज में एनएमडीसी  प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुये एनएमडीसी के आदिवासी हितैषी होने के दावे पर भी प्रश्न चिन्ह लगाया। मनीष कुंजाम ने वन अधिकार अधिनियम के साथ साथ एनएमडीसी द्वारा किरंदुल में डिपाजिट 13 खदान को फर्जी तरीके से कानून को ताक में रखकर बिना ग्राम सभा के फर्जी लोगो को बुलाकर अलग जगह ग्राम सभा का आयोजन करके लीज आबंटित किया गया। वर्तमान में उक्त खदान को अडानी ग्रुप को दिए जाने स्थानीय ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद कार्य प्रारंभ करने पर सवाल उठाया साथ ही ग्राम आलनार में बिना ग्राम सभा के मेसर्स आरती स्पंज कंपनी रायपुर को लीज आबंटित किये जाने , ग्राम पंडेवार एवं केशापुर क्षेत्र में शासन प्रशासन के माध्यम से फर्जी ग्राम सभा का आयोजन कर कार्य प्रारंभ किये जाने , एनएमडीसी स्लरी पाइपलाइन परियोजना जो कि बचेली से नगरनार तक पेट्रोलियम खनिज पाइपलाइन बिछाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा ग्राम सभा का आयोजन किया गया था जिसमे नेरली, धुरली, कमेली, गमावाड़ा,पाढ़ापुर के ग्रामीणों के द्वारा जमीन नही दिए जाने के बाद ग्राम सभा स्थगित कर दी गयी थी परंतु जिला प्रशासन एवं एनएमडीसी द्वारा अपने अधिकारियों एवं पंचायत सचिवों द्वारा घर घर जाकर फर्जी तरीके से प्रस्ताव कॉपी में हस्ताक्षर करवाया जाना  , ग्राम फुलपाड में एस्सार कंपनी को एक पिछड़ा वर्ग समुदाय के व्यक्ति द्वारा 190 एकड़ जमीन दिया जाना एवं ग्राम पोटाली में 200 एकड़ जमीन अन्य गैर आदिवासी व्यक्ति को बेचे जाने का विरोध दर्ज कराया। पेशा  कानून ,पांचवी अनुसूची पर भी मनीष कुंजाम  ने सरकार को जमकर कोसा मनीष ने आदिवासियों के आस्था के प्रतीक इन पहाड़ो को सरकार द्वारा विकास के नाम पर नष्ट किये जाने एवं इन सब को आदिवासी संस्कृति के लिए घातक बताया। साथ ही वर्तमान राज्य में कांग्रेस की सरकार पर आदिवासियों की जमीन लौटाने का नाटक करके झूठी  वाहवाही लूटने वाली सरकार घोषित किया। सर्व आदिवासी समाज द्वारा 3 बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करने हेतु ज्ञापन दिया गया 1, सुप्रीम कोर्ट के वेदांता का जजमेंट दिनाँक 13,4,2013 ( अनुसूचित क्षेत्रो में पारंपरिक ग्राम सभा ) का फैसला सर्वोपरि सर्वमान्य होना 2. सुप्रीम कोर्ट के समता जजमेंट दिनाँक 11,7,1997 अनुसूचित क्षेत्रो में खनिज लीज का रिनवल नही हो सकता है। माइंस और मिनरल्स का लीज अनुसूचित क्षेत्रो में आदिवासियों को ही दिया जा सकता है इन क्षेत्रों में गैर आदिवासी लीज में न ले सकता है ना किसी को दे सकता है। 3. सुप्रीम कोर्ट पी रमा रेड्डी जजमेंट दिनाँक 14,7,1988 पांचवी अनुसूचित क्षेत्रो की जमीन किसी बाहरी या गैर आदिवासी व्यक्ति को हस्तांतरित नही किया जा सकता। इस विशाल जनजागरण रैली में जिला प्रशासन की टीम , पुलिस विभाग ,स्वास्थ्य विभाग ने इस रैली में पूरी तत्परता  से ड्यूटी करते हुऐ हालात को काबू में रखा। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि ,मांझी, मुखिया, के साथ पूर्व सांसद सोहन पोटाई , प्रांतीय अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज नवल सिंह मण्डावी,आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक मनीष कुंजाम,सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी,युवा प्रकोष्ठ के विनोद नागवंशी ,सर्व आदिवासी समाज के बस्तर महासचिव बलदेव मौर्य,सामजिक कार्यकर्ता जन आंदोलन के विजय भाई , क्रांति सेना के अमित बघेल  बल्लूराम भवानी,राज ओयामी, तुलसी ठाकुर, गोविंद सलाम,रामचंद्र कश्यप ,सुरेश कर्मा , भूप चंद बघेल,पूर्व विधायक नंदा राम सोरी, के साथ कई आदिवासी समाज से जुड़े जनपद सदस्य ,जिला पंचायत सदस्य,सरपंच संघ के दिग्गज उपस्थित रहे। 
कार्यक्रम का संचालन मंगल कुंजाम और धीरज राना ने किया।


पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने एनएमडीसी पर स्थानीय आदिवासियों के शोषण का आरोप लगाया आदिवासियों के आस्था के प्रतीक बैलाडीला की पहाड़ियों को नष्ट करने पर चिंता जाहिर की 


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