बॉयलर अंडे को देशी बताकर 3 का 13 कर रहे दुकानदार। dm सोनी बचेली
कहा जाता है सन्डे हो या मंडे रोज़ खाओ अंडे अंडे यू भी स्वास्थ के लिए लाभदायक होते है वही कुछ लोग देशी अंडे खाना ज्यादा पसंद करते है लेकिन कुछ लोगो को देशी अंडे की पहचान करना नही आता जिसका फायदा दुकानदार , ठेले वाले उठाते है बॉयलर को ही बना दिया जाता है देशी मिलावटखोरी इस कदर हावी हो चुकी है कि लोग नित्य नए नए तरीके खोजते है। बचेली बाजार में इन दिनों बॉयलर अंडे को देशी बताकर 3 का 13 कर रहे है दुकानदार और ग्राहकों को ठगा जा रहा है। आप को बता दे कि स्थानीय सब्जी बाजार में इन दिनों देशी अंडे की मांग बढ़ गयी है। बढ़ती ठंड भी इसका एक मुख्य कारण है। ज्ञात हो कि बॉयलर अमानक छोटे साइज के अंडों को चायपत्ती एवं केमिकल के पानी से रंग के देशी अंडे की शक्ल दी जाती है। बाद में ऊंचे दामो में बेच दिया जाता है। इतना ही नही कुछ दुकानदार भोले भाले ग्रामीणों को प्रलोभन देकर इन अंडों की बिक्री करवाते है। लोग ग्रामीणों के ऊपर भरोसा करके अंडे खरीद लेते है और ठगी का शिकार हो जाते है।
जानिए कैसे करे देशी अंडे की पहचान।
देसी अंडे बॉयलर अंडों से आकार में छोटे होते हैं. इन अंडों की स्किन हल्की खुरदुरी होगी. देसी अंडे की बाहरी परत दूसरे अंडे की तुलना में मजबूत होती है , जबकि अगर बॉयलर अंडों में कलर किया गया हो तो भी वे कमजोर होंगे,आप इन्हें दबाकर भी चेक कर सकते हैं , बाजार में मिलने वाले या फिर टोकरी वालों से खरीदे गए देसी अंडों को सूंघकर इन गंध से भी पहचाना जा सकता है , अगर इन अंडों में चायपत्ती की खुशबू आए तो समझ जाइए ये मिलावटी व नकली अंडे हैं , अगर आप देसी अंडे की पहचान करना चाहते हैं तो इन पर नींबू का रस डालें चायपत्ती का रंग आसानी से निकल जाएगा , आप चाहें तो टूथपेस्ट या वाइट विनेगर देसी अंडों पर लगाकर पोछें अगर नकली होंगे तो इनमें लगा चायपत्ती या केमिकल का रंग आसानी से निकल जाएगा , देसी अंडे का स्वाद सफेद अंडे के स्वाद से बिलकुल अलग होता है देसी अंडे का स्वाद थोड़ा खारा या नमकीन होता है जबकि सफेद अंडे का स्वाद फीका होता है नियमित अंडे खाने वाले इस फर्क को आसानी से पहचान सकते हैं।
Dm सोनी बचेली संवाददाता नवप्रदेश
कहा जाता है सन्डे हो या मंडे रोज़ खाओ अंडे अंडे यू भी स्वास्थ के लिए लाभदायक होते है वही कुछ लोग देशी अंडे खाना ज्यादा पसंद करते है लेकिन कुछ लोगो को देशी अंडे की पहचान करना नही आता जिसका फायदा दुकानदार , ठेले वाले उठाते है बॉयलर को ही बना दिया जाता है देशी मिलावटखोरी इस कदर हावी हो चुकी है कि लोग नित्य नए नए तरीके खोजते है। बचेली बाजार में इन दिनों बॉयलर अंडे को देशी बताकर 3 का 13 कर रहे है दुकानदार और ग्राहकों को ठगा जा रहा है। आप को बता दे कि स्थानीय सब्जी बाजार में इन दिनों देशी अंडे की मांग बढ़ गयी है। बढ़ती ठंड भी इसका एक मुख्य कारण है। ज्ञात हो कि बॉयलर अमानक छोटे साइज के अंडों को चायपत्ती एवं केमिकल के पानी से रंग के देशी अंडे की शक्ल दी जाती है। बाद में ऊंचे दामो में बेच दिया जाता है। इतना ही नही कुछ दुकानदार भोले भाले ग्रामीणों को प्रलोभन देकर इन अंडों की बिक्री करवाते है। लोग ग्रामीणों के ऊपर भरोसा करके अंडे खरीद लेते है और ठगी का शिकार हो जाते है।
जानिए कैसे करे देशी अंडे की पहचान।
देसी अंडे बॉयलर अंडों से आकार में छोटे होते हैं. इन अंडों की स्किन हल्की खुरदुरी होगी. देसी अंडे की बाहरी परत दूसरे अंडे की तुलना में मजबूत होती है , जबकि अगर बॉयलर अंडों में कलर किया गया हो तो भी वे कमजोर होंगे,आप इन्हें दबाकर भी चेक कर सकते हैं , बाजार में मिलने वाले या फिर टोकरी वालों से खरीदे गए देसी अंडों को सूंघकर इन गंध से भी पहचाना जा सकता है , अगर इन अंडों में चायपत्ती की खुशबू आए तो समझ जाइए ये मिलावटी व नकली अंडे हैं , अगर आप देसी अंडे की पहचान करना चाहते हैं तो इन पर नींबू का रस डालें चायपत्ती का रंग आसानी से निकल जाएगा , आप चाहें तो टूथपेस्ट या वाइट विनेगर देसी अंडों पर लगाकर पोछें अगर नकली होंगे तो इनमें लगा चायपत्ती या केमिकल का रंग आसानी से निकल जाएगा , देसी अंडे का स्वाद सफेद अंडे के स्वाद से बिलकुल अलग होता है देसी अंडे का स्वाद थोड़ा खारा या नमकीन होता है जबकि सफेद अंडे का स्वाद फीका होता है नियमित अंडे खाने वाले इस फर्क को आसानी से पहचान सकते हैं।
Dm सोनी बचेली संवाददाता नवप्रदेश
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