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जीवनदायिनी साबित हो रही जिले में ‘‘सुगम स्वस्थ दंतेवाड़ा योजना’’
समय पर वाहन मिलने से माताओं का हुआ संस्थागत प्रसव और गूंजी बच्चों की किलकारी।
पूना दंतेवाड़ा माड़ाकाल का संकल्प पूरा करने के लिए जिले से गरीबी व कुपोषण का उन्मूलन करना है साथ ही यहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार को बेहतर बनाना है :- कलेक्टर दीपक सोनी
दन्तेवाड़ा, 01 अगस्त 2020।। जिले के कुआकोण्डा विकासखण्ड के ग्राम हल्बारास मंझारपारा की गर्भवती महिला को सुबह-सुबह प्रसव पीड़ा हुई। 3-4 बार 102 और 108 में फोन लगाने पर बात नहीं हो पा रही थी, महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी, 3 घण्टे बाद मितानिन श्रीमती राजेश्वरी ने सुगम स्वस्थ दन्तेवाड़ा के वाहन के लिए फोन किया। तत्काल ही गाड़ी आ गई और महिला को सीएचसी कुआकोण्डा पहुँचाया गया, जहाँ उनका अस्पताल में सुरक्षित प्रसव हुआ और जच्चा-बच्चा की सफलतापूर्वक जान बचायी जा सकी। इसी प्रकार ग्राम पंचायत नागुल स्कूल पारा की श्रीमती अनुशिया यादव पति श्री बद्रीनाथ यादव की प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी पर नेटवर्क गोल होने से 102 नम्बर पर बात नहीं हो पा रही थी। तब मितानिन श्रीमती मेती यादव के द्वारा सुगम स्वस्थ दन्तेवाड़ा वाहन को बुलाया गया, जिससे महिला को गीदम अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका सुरक्षित प्रसव हुआ और बच्चे की किलकारी गूंजी। सभी ने जिले में चलाई जा रही इस नई योजना की प्रशंसा की और जिला प्रशासन को धन्यवाद भी दिया। पूना दंतेवाड़ा माड़ाकाल का संकल्प पूरा करने के लिए जिले से गरीबी व कुपोषण का उन्मूलन करना है साथ ही यहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार को बेहतर बनाना है। जिसके लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के पहल से 20 जुलाई 2020 को ‘‘सुगम स्वस्थ दंतेवाड़ा योजना’’ की शुरुआत विधायक श्रीमती देवती कर्मा के हाथों हरी झंडी दिखाकर की गई थी। जिसके तहत् अब किसी मरीज, गर्भवती महिला, दुर्घटना से घायल को एम्बुलेंस के लिए भटकना नही पड़ेगा। जिले में 44 एम्बुलेंस वर्तमान में मौजूद हैं। परन्तु नदी, नालों, पहाड़, नक्सल ग्रस्त, विषम परिस्थितियों से भरे दुर्गम क्षेत्रों तक आसानी से पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है, जिससे मरीज या दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की कई बार मौत भी हो जाती है साथ ही संस्थागत प्रसव करा पाना भी सम्भव नहीं हो पाता है जिससे माँ और बच्चे के जीवन को खतरा रहता है। इस योजना से अब व्यक्ति अपने आस-पड़ोस या समीप स्थित गाँव के वाहन के मालिक को फोन करके अस्पताल जा सकते हैं इसके ऐवज में वाहन मालिक को उचित किराया भाड़ा दिया जाएगा।
जीवनदायिनी साबित हो रही जिले में ‘‘सुगम स्वस्थ दंतेवाड़ा योजना’’
समय पर वाहन मिलने से माताओं का हुआ संस्थागत प्रसव और गूंजी बच्चों की किलकारी।
पूना दंतेवाड़ा माड़ाकाल का संकल्प पूरा करने के लिए जिले से गरीबी व कुपोषण का उन्मूलन करना है साथ ही यहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार को बेहतर बनाना है :- कलेक्टर दीपक सोनी
दन्तेवाड़ा, 01 अगस्त 2020।। जिले के कुआकोण्डा विकासखण्ड के ग्राम हल्बारास मंझारपारा की गर्भवती महिला को सुबह-सुबह प्रसव पीड़ा हुई। 3-4 बार 102 और 108 में फोन लगाने पर बात नहीं हो पा रही थी, महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी, 3 घण्टे बाद मितानिन श्रीमती राजेश्वरी ने सुगम स्वस्थ दन्तेवाड़ा के वाहन के लिए फोन किया। तत्काल ही गाड़ी आ गई और महिला को सीएचसी कुआकोण्डा पहुँचाया गया, जहाँ उनका अस्पताल में सुरक्षित प्रसव हुआ और जच्चा-बच्चा की सफलतापूर्वक जान बचायी जा सकी। इसी प्रकार ग्राम पंचायत नागुल स्कूल पारा की श्रीमती अनुशिया यादव पति श्री बद्रीनाथ यादव की प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी पर नेटवर्क गोल होने से 102 नम्बर पर बात नहीं हो पा रही थी। तब मितानिन श्रीमती मेती यादव के द्वारा सुगम स्वस्थ दन्तेवाड़ा वाहन को बुलाया गया, जिससे महिला को गीदम अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका सुरक्षित प्रसव हुआ और बच्चे की किलकारी गूंजी। सभी ने जिले में चलाई जा रही इस नई योजना की प्रशंसा की और जिला प्रशासन को धन्यवाद भी दिया। पूना दंतेवाड़ा माड़ाकाल का संकल्प पूरा करने के लिए जिले से गरीबी व कुपोषण का उन्मूलन करना है साथ ही यहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार को बेहतर बनाना है। जिसके लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के पहल से 20 जुलाई 2020 को ‘‘सुगम स्वस्थ दंतेवाड़ा योजना’’ की शुरुआत विधायक श्रीमती देवती कर्मा के हाथों हरी झंडी दिखाकर की गई थी। जिसके तहत् अब किसी मरीज, गर्भवती महिला, दुर्घटना से घायल को एम्बुलेंस के लिए भटकना नही पड़ेगा। जिले में 44 एम्बुलेंस वर्तमान में मौजूद हैं। परन्तु नदी, नालों, पहाड़, नक्सल ग्रस्त, विषम परिस्थितियों से भरे दुर्गम क्षेत्रों तक आसानी से पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है, जिससे मरीज या दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की कई बार मौत भी हो जाती है साथ ही संस्थागत प्रसव करा पाना भी सम्भव नहीं हो पाता है जिससे माँ और बच्चे के जीवन को खतरा रहता है। इस योजना से अब व्यक्ति अपने आस-पड़ोस या समीप स्थित गाँव के वाहन के मालिक को फोन करके अस्पताल जा सकते हैं इसके ऐवज में वाहन मालिक को उचित किराया भाड़ा दिया जाएगा।
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