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बचेली :- दो दिन की लॉक डाउन की छूट के चलते बहनों ने भाइयो के लिए खरीदी राखियां।
2 दिनों की मिली झूट से व्यापारियो को थोड़ी ही सही मिली राहत।
बचेली :- लॉकडाउन के दौरान बकरीद एवं रक्षाबंधन पर्व की खरीदी हेतु 2 दिनों की छूट के चलते बाजारों में थोड़ी रौनक दिखाई दी। बहनों ने भाइयो को बांधने हेतु राखी की जमकर खरीदी की साथ ही कपड़ो की दुकानों,मिठाई दुकानों,किराना दुकानों सहित राखी की दुकानों में थोड़ी बहुत रौनक नज़र आई। इन सब के बीच 1 हफ्ते के लाकडाउन के बाद 2 दिनों की त्योहारों के लिए मिली छूट से दुकानदारो को थोड़ी राहत जरूर मिली है।
निश्चित तौर पर कोरोना ने तीज त्योहारों को फीका कर दिया है। राखी व्यवसायी विकास का कहना है की पिछली बार रक्षाबंधन में तकरीबन 1 लाख की राखी मंगवाई गई थी परन्तु इस बार लॉकडाउन एवं कोरोना संक्रमण को देखते हुए 15 हजार की ही राखियां मंगवाई गयी। लोग इस बार लॉकडाउन के चलते ऑनलाइन राखियां एवं उपहार मंगवा रहे है जिससे व्यापारियो को बेहद नुकसान पहुंच रहा है। पहले ही लॉकडाउन की मार झेल रहे दुकानदारो की ऑनलाइन कंपनियों ने कमर तोड़ दी है
बचेली :- दो दिन की लॉक डाउन की छूट के चलते बहनों ने भाइयो के लिए खरीदी राखियां।
2 दिनों की मिली झूट से व्यापारियो को थोड़ी ही सही मिली राहत।
बचेली :- लॉकडाउन के दौरान बकरीद एवं रक्षाबंधन पर्व की खरीदी हेतु 2 दिनों की छूट के चलते बाजारों में थोड़ी रौनक दिखाई दी। बहनों ने भाइयो को बांधने हेतु राखी की जमकर खरीदी की साथ ही कपड़ो की दुकानों,मिठाई दुकानों,किराना दुकानों सहित राखी की दुकानों में थोड़ी बहुत रौनक नज़र आई। इन सब के बीच 1 हफ्ते के लाकडाउन के बाद 2 दिनों की त्योहारों के लिए मिली छूट से दुकानदारो को थोड़ी राहत जरूर मिली है।
निश्चित तौर पर कोरोना ने तीज त्योहारों को फीका कर दिया है। राखी व्यवसायी विकास का कहना है की पिछली बार रक्षाबंधन में तकरीबन 1 लाख की राखी मंगवाई गई थी परन्तु इस बार लॉकडाउन एवं कोरोना संक्रमण को देखते हुए 15 हजार की ही राखियां मंगवाई गयी। लोग इस बार लॉकडाउन के चलते ऑनलाइन राखियां एवं उपहार मंगवा रहे है जिससे व्यापारियो को बेहद नुकसान पहुंच रहा है। पहले ही लॉकडाउन की मार झेल रहे दुकानदारो की ऑनलाइन कंपनियों ने कमर तोड़ दी है
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