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बचेली /औषधि विभाग के अधिकारियों की छापामार कार्यवाही,घोष मेडिकल सील।
बिना चिकित्सीय परामर्श के दवाइयां विक्रय सहित अन्य कई प्रकार की पाई गई अनियमितता।
बचेली - लौहनगरी के मुख्य चौराहे पर स्थित घोष मेडिकल को आज औषधि विभाग के अधिकारियो ने छापेमारी करते हुए सील कर दिया। दरअसल चस्पा किये गए नोटिस के मुताबिक मेडिकल में जिस नाम से लाइसेंस दिया गया है दिनेश कुमार वो स्वयं मौके पर नही पाए गए। साथ ही ऐसी दवाइयां जो बिना डॉक्टरी सलाह पर्ची के देना प्रतिबंधित है,इन दवाओं का विक्रय किया जाना एवं गर्भपात जैसी दवाओं को बिना डॉक्टरी परामर्श के बड़ी मात्रा में विक्रय किया जाना,रजिस्टर में दवाओं का उल्लेख ना होना।
साथ ही दवाओं के भंडारण में गड़बड़ी सहित मेडिकल में कई प्रकार की खामियां पाई गई जिसके बाद जिला औषधि विभाग के अधिकारियों द्वारा घोष मेडिकल को आगामी आदेश तक 30 दिनों के लिये सील कर दिया। आपको बता दे कि पूर्व में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर जनार्दन राव के द्वारा कुछ स्थानीय मेडिकल द्वारा बिना चिकित्सीय परामर्श के दवाइयां दी जाने की लिखित शिकायत बचेली थाने में की गई थी। जिसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा सभी मेडिकल दुकानों के संचालको को थाने तलब कर एक बैठक के माध्यम से सभी मेडिकल संचालको को उस समय के तत्कालिक थाना प्रभारी शील आदित्य सिंह द्वारा चेतावनी भी दी गयी थी।
परंतु बावजूद इसके मेडिकल संचालक को उस चेतावनी का कोई असर पड़ता दिखाई नही दिया। जानकारी के मुताबिक शेड्यूल एच 1 की श्रेणी में आने वाली दवाइयां बिना डॉक्टरी सलाह के दी जानी नियमो के विरुद्ध है। देर से ही सही जिला औषधि विभाग की आंखों पर पड़ी पट्टी आखिरकार हट ही गयी।
बचेली /औषधि विभाग के अधिकारियों की छापामार कार्यवाही,घोष मेडिकल सील।
बिना चिकित्सीय परामर्श के दवाइयां विक्रय सहित अन्य कई प्रकार की पाई गई अनियमितता।
बचेली - लौहनगरी के मुख्य चौराहे पर स्थित घोष मेडिकल को आज औषधि विभाग के अधिकारियो ने छापेमारी करते हुए सील कर दिया। दरअसल चस्पा किये गए नोटिस के मुताबिक मेडिकल में जिस नाम से लाइसेंस दिया गया है दिनेश कुमार वो स्वयं मौके पर नही पाए गए। साथ ही ऐसी दवाइयां जो बिना डॉक्टरी सलाह पर्ची के देना प्रतिबंधित है,इन दवाओं का विक्रय किया जाना एवं गर्भपात जैसी दवाओं को बिना डॉक्टरी परामर्श के बड़ी मात्रा में विक्रय किया जाना,रजिस्टर में दवाओं का उल्लेख ना होना।
साथ ही दवाओं के भंडारण में गड़बड़ी सहित मेडिकल में कई प्रकार की खामियां पाई गई जिसके बाद जिला औषधि विभाग के अधिकारियों द्वारा घोष मेडिकल को आगामी आदेश तक 30 दिनों के लिये सील कर दिया। आपको बता दे कि पूर्व में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर जनार्दन राव के द्वारा कुछ स्थानीय मेडिकल द्वारा बिना चिकित्सीय परामर्श के दवाइयां दी जाने की लिखित शिकायत बचेली थाने में की गई थी। जिसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा सभी मेडिकल दुकानों के संचालको को थाने तलब कर एक बैठक के माध्यम से सभी मेडिकल संचालको को उस समय के तत्कालिक थाना प्रभारी शील आदित्य सिंह द्वारा चेतावनी भी दी गयी थी।
परंतु बावजूद इसके मेडिकल संचालक को उस चेतावनी का कोई असर पड़ता दिखाई नही दिया। जानकारी के मुताबिक शेड्यूल एच 1 की श्रेणी में आने वाली दवाइयां बिना डॉक्टरी सलाह के दी जानी नियमो के विरुद्ध है। देर से ही सही जिला औषधि विभाग की आंखों पर पड़ी पट्टी आखिरकार हट ही गयी।
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