Dm सोनी संवाददाता निष्पक्ष मीडिया जंक्शन बचेली - ख़बर वही जो हो सही
बचेली गणपति बप्पा मोरया के जयघोष के साथ जगह जगह हुई गणेश प्रतिमा की स्थापना।
बचेली लौह नगरी में प्रथम पूज्य भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापना 2 सितंबर को बड़े ही धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ विधि विधान से की गई। 10 दिवसीय गणेशोत्सव को लेकर श्रद्धालुओ द्वारा प्रतिमा स्थापना के लिए घरों में विशेष सजावट की गई वही सार्वजनिक समितियों के द्वारा पंडालों की आकर्षक रंग बिरंगी लाइटों से साज सज्जा की गई जो देखते ही बनती है।
सुबह 10 बजे से लेकर देर शाम तक गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापना करने ले जाने मूर्ति कारों के यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही श्रद्धालुओं द्वारा गणेश प्रतिमा को स्थापना के लिए ढोल नगाड़ों के साथ डीजे की धुन में गणपति बप्पा मोरिया लंबोदर महाराज की जय गणेश भगवान की जय घोष करते हुए ले गए।
वहीं देर रात तक गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना का सिलसिला चलता रहा जगह-जगह हुई मूर्ति स्थापना नग सहित ग्रामीण अंचलों में भगवान गणेश की मूर्ति जगह-जगह स्थापित की गई जिसमें नगर में प्रमुख रूप से
मुख्य बाजार शापिंग सेंटर, हाईटेक कॉलोनी,पुराना मार्केट, बंगाली कैंप,डीएनके स्कूल,लेबरहार्ट ,सीआईएसएफ कालोनी,सतनाम चौक,बीआरसी क्लब,बैंक कॉलोनी,अम्बेडकर गार्डन, सुभाष नगर,पिंटू पारा ,अंधेरी चौक,रेतिपारा,डेम रोड, किशोरी कन्हैया चौक, रेलवे कॉलोनी,मुंडरा कैंप
सहित अन्य स्थानों पर भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा अर्चना कर प्रतिमा स्थापित की गई। पूरे नगर में गणेश जी के भक्ति गीतों से भक्तिमय वातावरण दिखाई दे रहा है। बतादे की गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों एवं सार्वजनिक पंडालों पर भगवान गणेश की प्रतिमा को स्थापित करते है।
प्रतिमा को घर या पंडाल में रखने के लिए पुराणों के अनुसार कुछ दिन निर्धारित हैं. जिसके तहत लोग अपने घर पर भगवान गणेश की प्रतिमा को 3 तीन दिन, 5, 7 और 11 दिन तक रखते हैं. ऐसे में 10 से 11 दिन के बीच चलने वाले इस त्यौहार में भक्तजन विधि विधान से गणपित बप्पा की पूजा अर्चना करते हैं. साथ ही साथ सुबह शाम गजानन की आरती भी गाते हैं. इसके 11 दिन बाद लोग अपने अपने दिनों के हिसाब से गणेश प्रतिमा का धूमधाम से विसर्जन करते हैं.
बचेली गणपति बप्पा मोरया के जयघोष के साथ जगह जगह हुई गणेश प्रतिमा की स्थापना।
बचेली लौह नगरी में प्रथम पूज्य भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापना 2 सितंबर को बड़े ही धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ विधि विधान से की गई। 10 दिवसीय गणेशोत्सव को लेकर श्रद्धालुओ द्वारा प्रतिमा स्थापना के लिए घरों में विशेष सजावट की गई वही सार्वजनिक समितियों के द्वारा पंडालों की आकर्षक रंग बिरंगी लाइटों से साज सज्जा की गई जो देखते ही बनती है।
सुबह 10 बजे से लेकर देर शाम तक गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापना करने ले जाने मूर्ति कारों के यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही श्रद्धालुओं द्वारा गणेश प्रतिमा को स्थापना के लिए ढोल नगाड़ों के साथ डीजे की धुन में गणपति बप्पा मोरिया लंबोदर महाराज की जय गणेश भगवान की जय घोष करते हुए ले गए।
वहीं देर रात तक गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना का सिलसिला चलता रहा जगह-जगह हुई मूर्ति स्थापना नग सहित ग्रामीण अंचलों में भगवान गणेश की मूर्ति जगह-जगह स्थापित की गई जिसमें नगर में प्रमुख रूप से
मुख्य बाजार शापिंग सेंटर, हाईटेक कॉलोनी,पुराना मार्केट, बंगाली कैंप,डीएनके स्कूल,लेबरहार्ट ,सीआईएसएफ कालोनी,सतनाम चौक,बीआरसी क्लब,बैंक कॉलोनी,अम्बेडकर गार्डन, सुभाष नगर,पिंटू पारा ,अंधेरी चौक,रेतिपारा,डेम रोड, किशोरी कन्हैया चौक, रेलवे कॉलोनी,मुंडरा कैंप
सहित अन्य स्थानों पर भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा अर्चना कर प्रतिमा स्थापित की गई। पूरे नगर में गणेश जी के भक्ति गीतों से भक्तिमय वातावरण दिखाई दे रहा है। बतादे की गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों एवं सार्वजनिक पंडालों पर भगवान गणेश की प्रतिमा को स्थापित करते है।
प्रतिमा को घर या पंडाल में रखने के लिए पुराणों के अनुसार कुछ दिन निर्धारित हैं. जिसके तहत लोग अपने घर पर भगवान गणेश की प्रतिमा को 3 तीन दिन, 5, 7 और 11 दिन तक रखते हैं. ऐसे में 10 से 11 दिन के बीच चलने वाले इस त्यौहार में भक्तजन विधि विधान से गणपित बप्पा की पूजा अर्चना करते हैं. साथ ही साथ सुबह शाम गजानन की आरती भी गाते हैं. इसके 11 दिन बाद लोग अपने अपने दिनों के हिसाब से गणेश प्रतिमा का धूमधाम से विसर्जन करते हैं.
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