Dm सोनी संवाददाता निष्पक्ष मीडिया जंक्शन बचेली - ख़बर वही जो हो सही
बचेली बारिश में धुला राखी का बाजार राखी विक्रेता परेशान।
बचेली भारी बारिश के चलते इस बार राखी का बाजार मंदा चल रहा है कल ही राखी है लेकिन राखी का बाजार पूरी तरह सजा हुआ है बस इंतजार है तो ग्राहकों का बाजार खाली पड़ा है। राखी विक्रेता विकास सिंह के मुताबिक इस बार लागत भी निकलना मुश्किल है लाखो का माल दुकानों में भरा हुआ है ग्राहकी नही है। इस बार फेंसी राखिया लोगो की मांग पर लायी गयी थी महंगी राखिया लायी तो गयी है परंतु बिक्री नही होने से इस बार राखी व्यवसाइयो को तगड़ा घाटा लगने वाला है मुख्य कारण सिर्फ बारिश ही है। लगातार 20 दिनों से बारिश हो रही है ग्राहकों बाजार निकलने का मौका नही मिला जिससे बाजार में मंदी छा गयी है। अब एक दिन में कितना व्यवसाय होगा ये समझ के परे है। दुकानदार सुमित कर्मकार का तर्क थोड़ा अलग है सुमित के मुताबिक फ्रेंडशिप डे की वजह से ज्यादातर युवक युवती राखि के बंधन से दूर रहना चाहते है। पश्चिमी सभ्यता हावी होती जा रही है जिसकी वजह से भारतीय संस्कृति कही ना कही लोगो से दूर होती जा रही है। रक्षाबंधन में भाइयो द्वारा बहनो को उपहार देने की परंपरा है लेकिन दुकानदारो की माने तो ऑनलाइन शॉपिंग ने बाजार को लगभग खत्म कर दिया है।
बचेली बारिश में धुला राखी का बाजार राखी विक्रेता परेशान।
बचेली भारी बारिश के चलते इस बार राखी का बाजार मंदा चल रहा है कल ही राखी है लेकिन राखी का बाजार पूरी तरह सजा हुआ है बस इंतजार है तो ग्राहकों का बाजार खाली पड़ा है। राखी विक्रेता विकास सिंह के मुताबिक इस बार लागत भी निकलना मुश्किल है लाखो का माल दुकानों में भरा हुआ है ग्राहकी नही है। इस बार फेंसी राखिया लोगो की मांग पर लायी गयी थी महंगी राखिया लायी तो गयी है परंतु बिक्री नही होने से इस बार राखी व्यवसाइयो को तगड़ा घाटा लगने वाला है मुख्य कारण सिर्फ बारिश ही है। लगातार 20 दिनों से बारिश हो रही है ग्राहकों बाजार निकलने का मौका नही मिला जिससे बाजार में मंदी छा गयी है। अब एक दिन में कितना व्यवसाय होगा ये समझ के परे है। दुकानदार सुमित कर्मकार का तर्क थोड़ा अलग है सुमित के मुताबिक फ्रेंडशिप डे की वजह से ज्यादातर युवक युवती राखि के बंधन से दूर रहना चाहते है। पश्चिमी सभ्यता हावी होती जा रही है जिसकी वजह से भारतीय संस्कृति कही ना कही लोगो से दूर होती जा रही है। रक्षाबंधन में भाइयो द्वारा बहनो को उपहार देने की परंपरा है लेकिन दुकानदारो की माने तो ऑनलाइन शॉपिंग ने बाजार को लगभग खत्म कर दिया है।
0 Comments