सरपंच जया कश्यप ने सुनी बीपीओ कर्मियों की आपबीती। dm soni bacheli
बीपीओ काल सेंटर कर्मियों की हड़ताल आज 29 वे दिन भी जारी रही। आप को बता दे कि कर्मियों ने शिकायत की थी कि कंपनी द्वारा कर्मियों को कई माह से वेतन नही दिया गया एवं कंपनी द्वारा मिल रही सुविधाओ से महरूम किया गया है। जब गमावाड़ा सरपंच जया कश्यप के कानों तक बात पहुंची तो उनसे रहा नही गया। एवं उन्होंने अपने सहयोगियों अजेश स्वामी , दिलबर मारे समाज सेवी कुंती कौशर्या के साथ तत्काल जावंगा एज्युकेशन सिटी जाने का निर्णय लिया। वहां जाकर उन्होंने बीपीओ कर्मियों से मुलाकात की एवं उनकी परेशानी को समझा उसके पश्चात कंपनी के मालिक विवेक रेड्डी से फोन में बात की जिसके बाद मालिक ने जल्द ही बीपीओ कर्मियों को बकाया वेतन देने का आश्वाशन दिया। इन बातों को सुनने के बाद बीपीओ कर्मियों के चेहरे में ख़ुशी साफ देखी जा सकती थी सरपंच जया कश्यप ने कहा कि युवा देश की रीढ़ है। युवाओ से ही अच्छे स्वस्थ देश एवं समाज का निर्माण होता है। युवाओ को किसी प्रकार की तकलीफ नही होनी चाहिए। मैं यहां राजनीति करने नही आई हूं। मुझसे युवाओ का दर्द देखा नही गया। आगे भी इस तरह के समाजिक कार्य मैं करती रहूंगी। कंपनी ने मेरी बातों को गंभीरता पूर्वक लिया है। कंपनी का पूरा सहयोग मिल रहा है। जल्दी ही कंपनी अपने कर्मचारियों को बकाया वेतन भुगतान करेगी एवं जो सुविधाएं है। बस , भोजन आदि की मुहैया करवाएगी।
बीपीओ काल सेंटर कर्मियों की हड़ताल आज 29 वे दिन भी जारी रही। आप को बता दे कि कर्मियों ने शिकायत की थी कि कंपनी द्वारा कर्मियों को कई माह से वेतन नही दिया गया एवं कंपनी द्वारा मिल रही सुविधाओ से महरूम किया गया है। जब गमावाड़ा सरपंच जया कश्यप के कानों तक बात पहुंची तो उनसे रहा नही गया। एवं उन्होंने अपने सहयोगियों अजेश स्वामी , दिलबर मारे समाज सेवी कुंती कौशर्या के साथ तत्काल जावंगा एज्युकेशन सिटी जाने का निर्णय लिया। वहां जाकर उन्होंने बीपीओ कर्मियों से मुलाकात की एवं उनकी परेशानी को समझा उसके पश्चात कंपनी के मालिक विवेक रेड्डी से फोन में बात की जिसके बाद मालिक ने जल्द ही बीपीओ कर्मियों को बकाया वेतन देने का आश्वाशन दिया। इन बातों को सुनने के बाद बीपीओ कर्मियों के चेहरे में ख़ुशी साफ देखी जा सकती थी सरपंच जया कश्यप ने कहा कि युवा देश की रीढ़ है। युवाओ से ही अच्छे स्वस्थ देश एवं समाज का निर्माण होता है। युवाओ को किसी प्रकार की तकलीफ नही होनी चाहिए। मैं यहां राजनीति करने नही आई हूं। मुझसे युवाओ का दर्द देखा नही गया। आगे भी इस तरह के समाजिक कार्य मैं करती रहूंगी। कंपनी ने मेरी बातों को गंभीरता पूर्वक लिया है। कंपनी का पूरा सहयोग मिल रहा है। जल्दी ही कंपनी अपने कर्मचारियों को बकाया वेतन भुगतान करेगी एवं जो सुविधाएं है। बस , भोजन आदि की मुहैया करवाएगी।
0 Comments