हड़ताली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ को बर्खास्तगी का आदेश जारी
आज शिक्षाकर्मी की हड़ताल को जिस तरह से दबाया गया था ठीक उसी तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर भी राज्य सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जब उन्हें दिए गए अल्टीमेटम के बाद भी वो हड़ताल से नहीं लौटे तो आज सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आंदोलन की नेता और प्रदेश अध्यक्ष पद्मावती साहू और रायपुर की जिला अध्यक्ष भुनवेश्वरी तिवारी को बर्खास्त कर दिया है। नज़र मांग पर
– महिला कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद के लिए उम्र सीमा को समाप्त किया जाए और उन्हें सीधी पदोन्नति दी जाए.
– मिनी आंगनवाड़ी केंद्र को पूर्ण आंगनवाड़ी केंद्र में तब्दील किया जाए.
– 10 से कम बच्चों वाले आंगनबाड़ी केंद्र को बंद नहीं किया जाए.
महिला कार्यकर्ताओं की मांग है कि उन्हें शासकीय कर्मचारी घोषित कर न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये दिए जाएं.
– सेवानिवृति पर गुजर-बसर के लिए कार्यकर्ताओं को 3 लाख और सहायिकाओं को 2 लाख रुपये दिए जाएं.
– ड्रेस कोड की बाध्यता समाप्त की जाए.
– मृत्यु के बाद अनुग्रह राशि 50 हजार दी जाए.
आपको बता दें कि एक महीने से चल रहीआंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ की हड़ताल के कारण 20 हजार से ज्यादा काम पर नहीं आये है जिससे पुरे प्रदेश में काम प्रभावित हो रहा है। जिसे देखते हुए रायपुर नगर निगम कमिश्नर रजत बंसल नेआज बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया है।आपको बता दें कि लगातार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर काम पर लौटने का दवाब राज्य सरकार बना रही थी। किन हड़ताली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लौटने से इंकार कर दिया था जिसके बाद अब यह करवाई की गयी है।
आज शिक्षाकर्मी की हड़ताल को जिस तरह से दबाया गया था ठीक उसी तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर भी राज्य सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जब उन्हें दिए गए अल्टीमेटम के बाद भी वो हड़ताल से नहीं लौटे तो आज सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आंदोलन की नेता और प्रदेश अध्यक्ष पद्मावती साहू और रायपुर की जिला अध्यक्ष भुनवेश्वरी तिवारी को बर्खास्त कर दिया है। नज़र मांग पर
– महिला कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद के लिए उम्र सीमा को समाप्त किया जाए और उन्हें सीधी पदोन्नति दी जाए.
– मिनी आंगनवाड़ी केंद्र को पूर्ण आंगनवाड़ी केंद्र में तब्दील किया जाए.
– 10 से कम बच्चों वाले आंगनबाड़ी केंद्र को बंद नहीं किया जाए.
महिला कार्यकर्ताओं की मांग है कि उन्हें शासकीय कर्मचारी घोषित कर न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये दिए जाएं.
– सेवानिवृति पर गुजर-बसर के लिए कार्यकर्ताओं को 3 लाख और सहायिकाओं को 2 लाख रुपये दिए जाएं.
– ड्रेस कोड की बाध्यता समाप्त की जाए.
– मृत्यु के बाद अनुग्रह राशि 50 हजार दी जाए.
आपको बता दें कि एक महीने से चल रहीआंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ की हड़ताल के कारण 20 हजार से ज्यादा काम पर नहीं आये है जिससे पुरे प्रदेश में काम प्रभावित हो रहा है। जिसे देखते हुए रायपुर नगर निगम कमिश्नर रजत बंसल नेआज बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया है।आपको बता दें कि लगातार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर काम पर लौटने का दवाब राज्य सरकार बना रही थी। किन हड़ताली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लौटने से इंकार कर दिया था जिसके बाद अब यह करवाई की गयी है।
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