कड़ी धूप में आंगन बाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ की हड़ताल जारी ब्लाक कांग्रेस कमेटी ने दिया नैतिक समर्थन
बचेली इस कड़ी धूप एवं भीषण गर्मी में बचेली स्थित लाल मैदान में छत्तीसगढ़ प्रदेश आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ता सहायिका संघ जिला दंतेवाड़ा की महिलाओ की हड़ताल आज भी जारी रही सभी अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर डटी हुई है प्रदर्शन जारी रखते हुए सभी कार्यकर्ता एवं सहायिका अनिश्चित कालीन हड़ताल में बैठे है। इन सभी को ब्लाक कांग्रेस कमेटी ने अपना नैतिक समर्थन दिया जिसमें कांग्रेसी पार्षद वार्ड क्रमाक 13 के फ़िरोज़ नवाब व कांग्रेसी पार्षद अन्य कांग्रेसी एवं इंटुक यूनियन के सचिव रवि मंडल भी उपस्थित रहे।
पार्षद फ़िरोज़ नवाब ने कहा कि इनकी मांगे जायज है सरकार को इनकी मांगो पे सहानुभूति पूर्वक विचार कर इनकी मांगे पूरी करनी चाहिये ये महिलाएं समाज की रीढ़ है शासन की प्रमुख योजनाओ का जैसे कि स्वास्थ्य,शिक्षा जैसी महत्वपूर्ण योजनाओ के क्रियान्वयन करने में इनका अहम योगदान रहता है सरकार को नरम होकर इनकी मांगे माननी चाहिए।
इनकी प्रमुख मांगे जिसमे 1. शासकीय कर्मचारी घोषित करके न्यूनतम वेतनमान 18 हजार एवं साथ ही सहायिकाओं को 15 हजार वेतन प्रदान किया जाए। वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार समान कार्य समान वेतन शिक्षा के कार्यो के बराबर वेतनमान दिया जाए। 2. सेवानिवृत्त हो जाने पर गुजर बसर के लिए कार्यकर्ताओ को तीन लाख तथा सहायिकाओं को दो लाख रुपए प्रदान किया जावे। 3. ड्रेस कोड की बाध्यता खत्म की जाए। मध्यप्रदेश की तरह 2013 से मानदेय में जो बढ़ोतरी की गई है उन्हें पांच हजार दिया जा रहा है सितंबर 2013 से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पांच हजार एवं सहायिकाओं को पच्चीस सौ रुपये के हिसाब से मानदेय दिया जाए। 4. सहायिकाओं को कार्यकर्ता बनाने हेतु सीधे तौर पर पदोन्नति प्रदान की जाए। 5. कार्यकर्ताओ को सुपरवाइजर बनाने की उम्र की समय सीमा हटाई जाए। सीधी पदोन्नति प्रदान की जाए। 6. मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को पूर्ण आंगनबाड़ी केंद्र में परिवर्तित किया जाए। 10 बच्चों से कम उपस्थिती वाले केंद्रों को बंद ना किया जाए। फिलहाल सरकार और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच सहमति के कोई आसार नजर नही आ रहे है देखने वाली बात यह है कि इनकी मांगों को प्रशासन कितनी जल्दी मानकर इन्हें बहाल करती है। इनकी हड़ताल को कितनी गंभीरता पूर्वक लेकर जल्द इनके हक में कोई फैसला सुनाती है फिलहाल कार्यकर्ताओ की हड़ताल जारी है।। dm सोनी दबंग दुनिया
बचेली इस कड़ी धूप एवं भीषण गर्मी में बचेली स्थित लाल मैदान में छत्तीसगढ़ प्रदेश आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ता सहायिका संघ जिला दंतेवाड़ा की महिलाओ की हड़ताल आज भी जारी रही सभी अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर डटी हुई है प्रदर्शन जारी रखते हुए सभी कार्यकर्ता एवं सहायिका अनिश्चित कालीन हड़ताल में बैठे है। इन सभी को ब्लाक कांग्रेस कमेटी ने अपना नैतिक समर्थन दिया जिसमें कांग्रेसी पार्षद वार्ड क्रमाक 13 के फ़िरोज़ नवाब व कांग्रेसी पार्षद अन्य कांग्रेसी एवं इंटुक यूनियन के सचिव रवि मंडल भी उपस्थित रहे।
पार्षद फ़िरोज़ नवाब ने कहा कि इनकी मांगे जायज है सरकार को इनकी मांगो पे सहानुभूति पूर्वक विचार कर इनकी मांगे पूरी करनी चाहिये ये महिलाएं समाज की रीढ़ है शासन की प्रमुख योजनाओ का जैसे कि स्वास्थ्य,शिक्षा जैसी महत्वपूर्ण योजनाओ के क्रियान्वयन करने में इनका अहम योगदान रहता है सरकार को नरम होकर इनकी मांगे माननी चाहिए।
इनकी प्रमुख मांगे जिसमे 1. शासकीय कर्मचारी घोषित करके न्यूनतम वेतनमान 18 हजार एवं साथ ही सहायिकाओं को 15 हजार वेतन प्रदान किया जाए। वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार समान कार्य समान वेतन शिक्षा के कार्यो के बराबर वेतनमान दिया जाए। 2. सेवानिवृत्त हो जाने पर गुजर बसर के लिए कार्यकर्ताओ को तीन लाख तथा सहायिकाओं को दो लाख रुपए प्रदान किया जावे। 3. ड्रेस कोड की बाध्यता खत्म की जाए। मध्यप्रदेश की तरह 2013 से मानदेय में जो बढ़ोतरी की गई है उन्हें पांच हजार दिया जा रहा है सितंबर 2013 से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पांच हजार एवं सहायिकाओं को पच्चीस सौ रुपये के हिसाब से मानदेय दिया जाए। 4. सहायिकाओं को कार्यकर्ता बनाने हेतु सीधे तौर पर पदोन्नति प्रदान की जाए। 5. कार्यकर्ताओ को सुपरवाइजर बनाने की उम्र की समय सीमा हटाई जाए। सीधी पदोन्नति प्रदान की जाए। 6. मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को पूर्ण आंगनबाड़ी केंद्र में परिवर्तित किया जाए। 10 बच्चों से कम उपस्थिती वाले केंद्रों को बंद ना किया जाए। फिलहाल सरकार और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच सहमति के कोई आसार नजर नही आ रहे है देखने वाली बात यह है कि इनकी मांगों को प्रशासन कितनी जल्दी मानकर इन्हें बहाल करती है। इनकी हड़ताल को कितनी गंभीरता पूर्वक लेकर जल्द इनके हक में कोई फैसला सुनाती है फिलहाल कार्यकर्ताओ की हड़ताल जारी है।। dm सोनी दबंग दुनिया
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