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दिनेश शर्मा गीदम
दन्तेवाड़ा कलेक्टर की पहल मात्र से ,चंद घण्टो में हजारो सूखे कंठ को दिलाया सकता है शुद्ध पेयजल..!
जनता में नये कलेक्टर दीपक सोनी से बहुत बड़ी अपेक्षा..!
भीषण गर्मी के चलते क्षैत्र में जल संकट गहराया..!
करोडो की छिंदनार परियोजना उदासीनता के चलते अधर मे..!
गीदम;- दन्तेवाड़ा कलेक्टर दिलीप सोनी के पदस्थापना के साथ जिले की अति महत्वपूर्ण गीदम विकास खण्ड के छिंदनार में बनी करोडो की पेय जल आपूर्ति योजना जो जिसके सारे टेस्ट पूरे होने के बाद केवल चंद घण्टो के कार्य के चलते अधर में लटकी पड़ी है..लापरवाही का यह जिगता जागता उदाहरण जो है..!क्षैत्र के हजारो लोंगो को उम्मीद है की दन्तेवाड़ा कलेक्टर की एक पहल चंद घण्टो में गीदम विकास खण्ड के हजारो सूखे कण्ठ को तर कर सकती है..! छिंदनार जल आपूर्ति परियोजना जिसके लिए स्थानीय लोंगो ने वर्षो संघर्ष किया.. बस्तर की जीवनदायनी इंद्रावती नदी से गीदम विकास खंड के हजारो लोंगो के सूखे कंठ को पानी की सप्लाई दिलाने मध्यप्रदेश से लगाकर छतीसगढ़ की सत्ता रूठ सरकारों के सामने स्थानीय लोंगो ने लगातार अपनी मांग रखी..ताकि क्षैत्र के लोंगो को भीषण जल संकट से निजात मिल सके..जनता की मांग तथा भीषण पेय जल संकट को देखते हुवे तत्कालीन रमन सरकार ने छिंदनार जल आपूर्ति परियोजना को मंजूरी दी... करोड़ की इस योजना की स्वीकृति के बाद जल संकट से निजात मिलने की उम्मीद लोंगो में जगी उन्हें विश्वास हुवा की अब पेय जल जैसी भीषण समस्या से क्षैत्र को बहुत बडी राहत जल्द मिलेगी ..इस योजना के क्रियान्वय हेतु लोक यांत्रिक विभाग दन्तेवाड़ा को कार्य एजेंसी बनाया गया हालांकि बाद मे बदलकर योजना की जबाबदारी लोकयांत्रिक विभाग जगदलपुर को दे दी गई...परियोजना को पूरा होने में दो वर्ष लग गये.. इस निर्माण हुवे वाटर फिल्टर प्लांट योजना से क्षैत्र के छिंदनार, कासोली, रोजे, हीरानार, हारम जैसी ग्राम पंचायतों के साथ गीदम नगर तथा जावंगा पंचायत के हजारो लोंगो को जल आपूर्ति होनी है. योजना से ग्राम पंचायतों में पेय जल आपूर्ति पर आने वाले समस्त व्यय शासन स्तर से किया जाना है..!
इस महत्वपूर्ण पेय जल योजना को लेकर क्षैत्र के लोंगों में बहुत बड़ी निराशा दिखने लगी है.. पिछले 6 माह पूर्व छिंदनार वाटर प्लांट से जावंगा तक जल आपूर्ति को लेकर ट्राई वेजेस पर पानी की सप्लाई की सभी टेस्टिंग किये जाने के बाद भी अब तक जल आपूर्ति प्रारम्भ नही हो सकी..? जबकि विभाग द्वारा ये दावा किया गया था की टेस्टिंग के एक माह बाद छिंदनार फिल्टर प्लांट से सभी ग्रामीण व शहरी क्षेत्रो में शुद्ध पेय जल की सप्लाई प्रारम्भ कर दी जायेगी.. विभाग के अधिकारियों के दावे के बाद ग्रामीण कस्बों सहित गीदम नगर के लोंगो को बड़ी उम्मीद थी की इस बार की भीषण गर्मी में उन्हें बड़ी राहत मिलेगी..! मगर उन सारी उम्मीदों पर अब तक पानी फिरता हुवा दिखाई दिया ..! जबकि जिले के एक ओर फिल्टर प्लांट योजना जो दन्तेवाड़ा की शंकनी नदी पर स्थापित होकर फिल्टर प्लांट से घुरली व नेरली जैसे क्षेत्रों में जल आपूर्ति पिछले एक वर्ष से हो रही है..मगर अफसोस है की छिंदनार जल आपूर्ति योजना आज भी अधर में पड़ी हुई दिखाई दिख रही है..परियोजना के सारे टेस्ट के बाद छोटे से कार्य को पूरा करने के नाम पर उदासीनता का खामियाजा हजारो लोंगो को भीषण गर्मी में भुगतना पड़ रहा है..जिसकी चिन्ता अब तक किसी को नही थी.. दन्तेवाड़ा के युवा कलेक्टर दीपक सोनी जी के पदभार ग्रहण के साथ ग्रामीण कस्बा के हजारो आदिवासियों में एक आस जगी की चंद घण्टो के कार्य के चलते करोडो का वाटर प्लांट अधर में लटक का पड़ा है
इस करोडो की पेय जल योजना को लेकर किसी ने भी इस योजना के उधर में लटकने का कारण जानने की कोशिश आखिर क्यो नही की...? जबकि इस समय भीषण गर्मी में पानी की भारी किल्लत बढ़ने लगी है..! सबसे बड़ी बात यह है की देश मे कोरोना जैसे महामारी तथा लॉक डाउन के चलते पानी के टैंकरों से सप्लाई करने से टेंकरो के आस पास बढ़ती भीड़ भी चिंता का विषय बनती का रही है..भीषण गर्मी के चलते लोंगो की पानी की जरूरत के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है जो चिंता का विषय तो है..? ऐसे में छिंदनार पेय जल आपूर्ति योजना के टेस्टिंग के महीनों बाद भी करोडो की योजना को जबरन बन्द कर रखना बेहद आश्चर्य का विषय है.. प्रश्न यह उठता है की छिंदनार से जांवगा तक सफल टेस्टिंग के बाद एक माह में सभी जगह जल आपूर्ति का दावा करने वाले आज 6 माह होने के बाद भी चुप्पी साधे क्यो बैठे है.. ?? गीदम सहित आस पास के ग्रामो में जल संकट गहरा ने लगा है.. ऐसे में शासन प्रशासन को कोरोना जैसे महामारी तथा सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखने की हिदायतों पर भारी दिक्कत दिखाई पड़ती है.. आम लोंगो के दिक्कतों को ध्यान रखते हुवे तत्काल छिंदनार जल आपूर्ति को सुचारू रूप से प्रारम्भ करना चाहिए ताकि गीदम विकास खंड के ग्रामीण व शहरी जनता को पानी के लिए सड़कों व गलियों में टैंकर के आगे पीछे भीड़ भाड़ न करनी पड़े..वही आम लोंगो में सोशल डिस्टेंस बना रहे..ताकि कोरोना जैसे महामारी का खतरा न पैदा हो.
छिंदनार जल आपूर्ति योजना को तत्काल प्रारम्भ किया जाये..!ताकि जल संकट से लोंगो को निजात मिल सके.. कलेक्टर दन्तेवाड़ा से आशा की जाती है की जनहितों को देखते हुवे सम्बन्धितों को तत्काल परियोजना चालू करने के निर्देश जारी करेगे..!
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दिनेश शर्मा
की कलम से
दिनेश शर्मा गीदम
दन्तेवाड़ा कलेक्टर की पहल मात्र से ,चंद घण्टो में हजारो सूखे कंठ को दिलाया सकता है शुद्ध पेयजल..!
जनता में नये कलेक्टर दीपक सोनी से बहुत बड़ी अपेक्षा..!
भीषण गर्मी के चलते क्षैत्र में जल संकट गहराया..!
करोडो की छिंदनार परियोजना उदासीनता के चलते अधर मे..!
गीदम;- दन्तेवाड़ा कलेक्टर दिलीप सोनी के पदस्थापना के साथ जिले की अति महत्वपूर्ण गीदम विकास खण्ड के छिंदनार में बनी करोडो की पेय जल आपूर्ति योजना जो जिसके सारे टेस्ट पूरे होने के बाद केवल चंद घण्टो के कार्य के चलते अधर में लटकी पड़ी है..लापरवाही का यह जिगता जागता उदाहरण जो है..!क्षैत्र के हजारो लोंगो को उम्मीद है की दन्तेवाड़ा कलेक्टर की एक पहल चंद घण्टो में गीदम विकास खण्ड के हजारो सूखे कण्ठ को तर कर सकती है..! छिंदनार जल आपूर्ति परियोजना जिसके लिए स्थानीय लोंगो ने वर्षो संघर्ष किया.. बस्तर की जीवनदायनी इंद्रावती नदी से गीदम विकास खंड के हजारो लोंगो के सूखे कंठ को पानी की सप्लाई दिलाने मध्यप्रदेश से लगाकर छतीसगढ़ की सत्ता रूठ सरकारों के सामने स्थानीय लोंगो ने लगातार अपनी मांग रखी..ताकि क्षैत्र के लोंगो को भीषण जल संकट से निजात मिल सके..जनता की मांग तथा भीषण पेय जल संकट को देखते हुवे तत्कालीन रमन सरकार ने छिंदनार जल आपूर्ति परियोजना को मंजूरी दी... करोड़ की इस योजना की स्वीकृति के बाद जल संकट से निजात मिलने की उम्मीद लोंगो में जगी उन्हें विश्वास हुवा की अब पेय जल जैसी भीषण समस्या से क्षैत्र को बहुत बडी राहत जल्द मिलेगी ..इस योजना के क्रियान्वय हेतु लोक यांत्रिक विभाग दन्तेवाड़ा को कार्य एजेंसी बनाया गया हालांकि बाद मे बदलकर योजना की जबाबदारी लोकयांत्रिक विभाग जगदलपुर को दे दी गई...परियोजना को पूरा होने में दो वर्ष लग गये.. इस निर्माण हुवे वाटर फिल्टर प्लांट योजना से क्षैत्र के छिंदनार, कासोली, रोजे, हीरानार, हारम जैसी ग्राम पंचायतों के साथ गीदम नगर तथा जावंगा पंचायत के हजारो लोंगो को जल आपूर्ति होनी है. योजना से ग्राम पंचायतों में पेय जल आपूर्ति पर आने वाले समस्त व्यय शासन स्तर से किया जाना है..!
इस महत्वपूर्ण पेय जल योजना को लेकर क्षैत्र के लोंगों में बहुत बड़ी निराशा दिखने लगी है.. पिछले 6 माह पूर्व छिंदनार वाटर प्लांट से जावंगा तक जल आपूर्ति को लेकर ट्राई वेजेस पर पानी की सप्लाई की सभी टेस्टिंग किये जाने के बाद भी अब तक जल आपूर्ति प्रारम्भ नही हो सकी..? जबकि विभाग द्वारा ये दावा किया गया था की टेस्टिंग के एक माह बाद छिंदनार फिल्टर प्लांट से सभी ग्रामीण व शहरी क्षेत्रो में शुद्ध पेय जल की सप्लाई प्रारम्भ कर दी जायेगी.. विभाग के अधिकारियों के दावे के बाद ग्रामीण कस्बों सहित गीदम नगर के लोंगो को बड़ी उम्मीद थी की इस बार की भीषण गर्मी में उन्हें बड़ी राहत मिलेगी..! मगर उन सारी उम्मीदों पर अब तक पानी फिरता हुवा दिखाई दिया ..! जबकि जिले के एक ओर फिल्टर प्लांट योजना जो दन्तेवाड़ा की शंकनी नदी पर स्थापित होकर फिल्टर प्लांट से घुरली व नेरली जैसे क्षेत्रों में जल आपूर्ति पिछले एक वर्ष से हो रही है..मगर अफसोस है की छिंदनार जल आपूर्ति योजना आज भी अधर में पड़ी हुई दिखाई दिख रही है..परियोजना के सारे टेस्ट के बाद छोटे से कार्य को पूरा करने के नाम पर उदासीनता का खामियाजा हजारो लोंगो को भीषण गर्मी में भुगतना पड़ रहा है..जिसकी चिन्ता अब तक किसी को नही थी.. दन्तेवाड़ा के युवा कलेक्टर दीपक सोनी जी के पदभार ग्रहण के साथ ग्रामीण कस्बा के हजारो आदिवासियों में एक आस जगी की चंद घण्टो के कार्य के चलते करोडो का वाटर प्लांट अधर में लटक का पड़ा है
इस करोडो की पेय जल योजना को लेकर किसी ने भी इस योजना के उधर में लटकने का कारण जानने की कोशिश आखिर क्यो नही की...? जबकि इस समय भीषण गर्मी में पानी की भारी किल्लत बढ़ने लगी है..! सबसे बड़ी बात यह है की देश मे कोरोना जैसे महामारी तथा लॉक डाउन के चलते पानी के टैंकरों से सप्लाई करने से टेंकरो के आस पास बढ़ती भीड़ भी चिंता का विषय बनती का रही है..भीषण गर्मी के चलते लोंगो की पानी की जरूरत के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है जो चिंता का विषय तो है..? ऐसे में छिंदनार पेय जल आपूर्ति योजना के टेस्टिंग के महीनों बाद भी करोडो की योजना को जबरन बन्द कर रखना बेहद आश्चर्य का विषय है.. प्रश्न यह उठता है की छिंदनार से जांवगा तक सफल टेस्टिंग के बाद एक माह में सभी जगह जल आपूर्ति का दावा करने वाले आज 6 माह होने के बाद भी चुप्पी साधे क्यो बैठे है.. ?? गीदम सहित आस पास के ग्रामो में जल संकट गहरा ने लगा है.. ऐसे में शासन प्रशासन को कोरोना जैसे महामारी तथा सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखने की हिदायतों पर भारी दिक्कत दिखाई पड़ती है.. आम लोंगो के दिक्कतों को ध्यान रखते हुवे तत्काल छिंदनार जल आपूर्ति को सुचारू रूप से प्रारम्भ करना चाहिए ताकि गीदम विकास खंड के ग्रामीण व शहरी जनता को पानी के लिए सड़कों व गलियों में टैंकर के आगे पीछे भीड़ भाड़ न करनी पड़े..वही आम लोंगो में सोशल डिस्टेंस बना रहे..ताकि कोरोना जैसे महामारी का खतरा न पैदा हो.
छिंदनार जल आपूर्ति योजना को तत्काल प्रारम्भ किया जाये..!ताकि जल संकट से लोंगो को निजात मिल सके.. कलेक्टर दन्तेवाड़ा से आशा की जाती है की जनहितों को देखते हुवे सम्बन्धितों को तत्काल परियोजना चालू करने के निर्देश जारी करेगे..!
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दिनेश शर्मा
की कलम से
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