निष्पक्ष मीडिया जंक्शन बचेली ख़बर वही जो हो सही dm सोनी
बचेली- आमोद अरण्य में कारगिल के शहीदों के नाम से लगाये जा रहे 527 पौधे।
वन जल संरक्षण समिति लगातार पर्यावरण संरक्षण का दे रही सन्देश।
मार्च के प्रथम सप्ताह में दूसरे चरण के तहत रोपे जाएंगे पौधे।
पर्यावरण विश्व की एक गंभीर चिंता है। जिसको लेकर समय-समय पर चिंतन और बैठकों का दौर होता रहता है। कई सामाजिक संगठन पर्यावरण पर लंबे लंबे भाषण देते है परंतु वास्तविकता कुछ और ही है। परंतु बचेली में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पर्यावरण के लिए जो बीड़ा उठाया है वो काबिले तारीफ है। बचेली में वन जल संरक्षण समिति का गठन करके वृक्षारोपण , जल संरक्षण एवं कचरा प्रबंधन का संकल्प उठाया गया था। जिसमें वृक्षारोपण अभियान के तहत समिति ने बीते वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों की याद में एक वृक्षारोपण अभियान आमोद अरण्य की शुरुआत की।
जिसमें कारगिल में शहीद 527 जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए। 527 पौधे रोपे जाने का संकल्प लिया गया था। जिसके प्रथम चरण में कुल 185 पौधे रोपे गए। इस कार्यक्रम में जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव, एनएमडीसी बचेली के अधिशासी निदेशक टीएस चेरियन,सीआईएसएफ बचेली इकाई के कमांडेंट निलेश कुमार सीआरपीएफ 230 बटालियन के सी ई ओ डब्ल्यू आर जोशवा कमांडेंट चंद्रशेखर किरंदुल सीआईएसफ के कमांडेंट अरविंद सिंह सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाएं और स्कूली बच्चे सम्मिलित हुए थे।
समिति के अध्यक्ष संदीप दीक्षित उपाध्यक्ष सुमित सरकार सचिव अंमलेदु चक्रवर्ती और सह सचिव अशोक पाल नंदी ने कार्यक्रम और उनके उद्देश्य के बारे में विस्तार से चर्चा के दौरान बताया कि हमारा उद्देश्य उन वीर शहीदों को जो हमारी सरहदों की रक्षा करते हुए शहीद हुए। इस आमोद अरण्य में वह मरणोपरांत भी वृक्ष के रूप में हमें जीवन दे ये इस समिति की सोच रही है। क्योंकि धरती में वृक्षों के बिना जीवन संभव नहीं है। समिति के सदस्यों ने बताया की पर्यावरण हमारे परिवार का ही एक हिस्सा है। और हमारे कार्यक्रम का उद्देश्य इसको जन भावना के साथ जोड़ना है।
जिसके लिए आमोद अरण्य कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। मार्च के प्रथम सप्ताह में इसी कार्यक्रम के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया जाएगा। आमोद अरण्य कार्यक्रम की भावना के बारे में पूछे जाने पर सदस्यों ने बताया की जिन अमर बलिदानियों ने देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दे दी। वह आज वृक्ष के रूप में मानव सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं। एवं लोगो को पर्यावरण के बारे में जागरूक करना ही इस समिति का मुख्य उद्देश्य है।
बचेली- आमोद अरण्य में कारगिल के शहीदों के नाम से लगाये जा रहे 527 पौधे।
वन जल संरक्षण समिति लगातार पर्यावरण संरक्षण का दे रही सन्देश।
मार्च के प्रथम सप्ताह में दूसरे चरण के तहत रोपे जाएंगे पौधे।
पर्यावरण विश्व की एक गंभीर चिंता है। जिसको लेकर समय-समय पर चिंतन और बैठकों का दौर होता रहता है। कई सामाजिक संगठन पर्यावरण पर लंबे लंबे भाषण देते है परंतु वास्तविकता कुछ और ही है। परंतु बचेली में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पर्यावरण के लिए जो बीड़ा उठाया है वो काबिले तारीफ है। बचेली में वन जल संरक्षण समिति का गठन करके वृक्षारोपण , जल संरक्षण एवं कचरा प्रबंधन का संकल्प उठाया गया था। जिसमें वृक्षारोपण अभियान के तहत समिति ने बीते वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों की याद में एक वृक्षारोपण अभियान आमोद अरण्य की शुरुआत की।
जिसमें कारगिल में शहीद 527 जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए। 527 पौधे रोपे जाने का संकल्प लिया गया था। जिसके प्रथम चरण में कुल 185 पौधे रोपे गए। इस कार्यक्रम में जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव, एनएमडीसी बचेली के अधिशासी निदेशक टीएस चेरियन,सीआईएसएफ बचेली इकाई के कमांडेंट निलेश कुमार सीआरपीएफ 230 बटालियन के सी ई ओ डब्ल्यू आर जोशवा कमांडेंट चंद्रशेखर किरंदुल सीआईएसफ के कमांडेंट अरविंद सिंह सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाएं और स्कूली बच्चे सम्मिलित हुए थे।
समिति के अध्यक्ष संदीप दीक्षित उपाध्यक्ष सुमित सरकार सचिव अंमलेदु चक्रवर्ती और सह सचिव अशोक पाल नंदी ने कार्यक्रम और उनके उद्देश्य के बारे में विस्तार से चर्चा के दौरान बताया कि हमारा उद्देश्य उन वीर शहीदों को जो हमारी सरहदों की रक्षा करते हुए शहीद हुए। इस आमोद अरण्य में वह मरणोपरांत भी वृक्ष के रूप में हमें जीवन दे ये इस समिति की सोच रही है। क्योंकि धरती में वृक्षों के बिना जीवन संभव नहीं है। समिति के सदस्यों ने बताया की पर्यावरण हमारे परिवार का ही एक हिस्सा है। और हमारे कार्यक्रम का उद्देश्य इसको जन भावना के साथ जोड़ना है।
जिसके लिए आमोद अरण्य कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। मार्च के प्रथम सप्ताह में इसी कार्यक्रम के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया जाएगा। आमोद अरण्य कार्यक्रम की भावना के बारे में पूछे जाने पर सदस्यों ने बताया की जिन अमर बलिदानियों ने देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दे दी। वह आज वृक्ष के रूप में मानव सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं। एवं लोगो को पर्यावरण के बारे में जागरूक करना ही इस समिति का मुख्य उद्देश्य है।
0 Comments