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रायपुर में बिस्कुट फैक्ट्री से 26 बाल मजदूर रेस्क्यू, सुरक्षा गृह ले जाया गया। बिस्कुट फैक्ट्री में बाल मजदूर काम करते मिले ।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बाल सुरक्षा टास्क फोर्स ने 26 बाल मजदूरों को एक बिस्कुट फैक्ट्री से रेस्क्यू किया है. बाल मजदूारों से वहां काम कराया जा रहा था. रायपुर के पारले फैक्ट्री में काम करते मिले बाल मजदूरों को वहां से सुरक्षा गृह भेज दिया गया है. विधानसभा थाना क्षेत्र के सुड्डू से बाल मजदूरों को रेस्क्यू किया गया है. बाल मजदूरों को रेस्क्यू कराकर अब फैक्ट्री संचालक पर नियमानुसार कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. टास्क फोर्स के सदस्य कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस की मदद ले सकते हैं. मिली जानकारी के मुताबिक बिस्कुट फैक्ट्री में बाल मजदूरी कराने की शिकायत लगातार कलेक्टर को मिल रही थी. इसके बाद कलेक्टर ने टीम को वहां भेजा और वहां से बच्चों का रेस्क्यू कराया. कलेक्टर के आदेश पर ही टास्क फोर्स गठित की गई और 26 बच्चों को रेस्क्यू कराया गया. बता दें कि रायपुर में नए कलेक्टर ने हाल ही में ज्वाइन किया है. एस भारतीदासन को सरकार ने राजधानी का नया कलेक्टर बनाया है. ज्वाइनिंग के बाद ये बड़ी कार्रवाई की गई है. होगी एफआईआर रायपुर जिला बाल संरक्षण अधिकारी नवनीत स्वर्णकार ने बताया कि चाइल्ड लाइन, बाल संरक्षण विभाग व एनजीओ व पुलिस के सदस्यों को मिलाकर एक टास्क फोर्स बनाया गया है. कलेक्टर के निर्देश पर ही टास्क फोर्स ने काम शुरू किया. शिकायत मिलने पर दबिश देकर बाल मजदूरों को छुड़ाया गया है. नवनीत ने न्यूज 18 को बताया कि बच्चों को सही स्थान पर सुरक्षित रखा गया है. इसके बाद अब आरोपियों पर कार्रवाई के लिए पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
रायपुर में बिस्कुट फैक्ट्री से 26 बाल मजदूर रेस्क्यू, सुरक्षा गृह ले जाया गया। बिस्कुट फैक्ट्री में बाल मजदूर काम करते मिले ।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बाल सुरक्षा टास्क फोर्स ने 26 बाल मजदूरों को एक बिस्कुट फैक्ट्री से रेस्क्यू किया है. बाल मजदूारों से वहां काम कराया जा रहा था. रायपुर के पारले फैक्ट्री में काम करते मिले बाल मजदूरों को वहां से सुरक्षा गृह भेज दिया गया है. विधानसभा थाना क्षेत्र के सुड्डू से बाल मजदूरों को रेस्क्यू किया गया है. बाल मजदूरों को रेस्क्यू कराकर अब फैक्ट्री संचालक पर नियमानुसार कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. टास्क फोर्स के सदस्य कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस की मदद ले सकते हैं. मिली जानकारी के मुताबिक बिस्कुट फैक्ट्री में बाल मजदूरी कराने की शिकायत लगातार कलेक्टर को मिल रही थी. इसके बाद कलेक्टर ने टीम को वहां भेजा और वहां से बच्चों का रेस्क्यू कराया. कलेक्टर के आदेश पर ही टास्क फोर्स गठित की गई और 26 बच्चों को रेस्क्यू कराया गया. बता दें कि रायपुर में नए कलेक्टर ने हाल ही में ज्वाइन किया है. एस भारतीदासन को सरकार ने राजधानी का नया कलेक्टर बनाया है. ज्वाइनिंग के बाद ये बड़ी कार्रवाई की गई है. होगी एफआईआर रायपुर जिला बाल संरक्षण अधिकारी नवनीत स्वर्णकार ने बताया कि चाइल्ड लाइन, बाल संरक्षण विभाग व एनजीओ व पुलिस के सदस्यों को मिलाकर एक टास्क फोर्स बनाया गया है. कलेक्टर के निर्देश पर ही टास्क फोर्स ने काम शुरू किया. शिकायत मिलने पर दबिश देकर बाल मजदूरों को छुड़ाया गया है. नवनीत ने न्यूज 18 को बताया कि बच्चों को सही स्थान पर सुरक्षित रखा गया है. इसके बाद अब आरोपियों पर कार्रवाई के लिए पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
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