बस्तर का एक मात्र एयरपोर्ट DMF फंड से बन कर तैयार ,21 को उड़ने वाले विमान हेतु एयरलाइंस कर्मियो की भर्ती बस्तर से बहार से क्यों ? जवाब दे सरकार व बस्तर

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बस्तर का एक मात्र एयरपोर्ट DMF फंड से बन कर तैयार ,21 को उड़ने वाले विमान हेतु एयरलाइंस कर्मियो की भर्ती बस्तर से बहार से क्यों ? जवाब दे सरकार व बस्तर प्रशासन-भरत कश्यप

सांसद बस्तर से सिर्फ पत्र का आस्वाशन नहीं ,बस्तरिया बेरोजगारों की भर्ती चाहिए-मुक्तिमोर्चा

बस्तर में सरकारी व गैर सरकारी सभी रोजगार व स्वरोगार पर बस्तर के लोगो का पहला अधिकार-मुक्तिमोर्चा

संसद सत्र में बस्तर के ज्वलन्त मुद्दों स्टील प्लांट का निजीकरण, पोलावरम बांध की ऊँचाई में कमी, पासपोर्ट आफिस,केंद्रीय प्रोजेक्ट में बस्तर का हित जैसे कई मुद्दों पर ,बस्तर युवा सांसद का सक्रिय संघर्स चाहता है। बस्तर-मुक्तिमोर्चा

बस्तर के बेरोजगारों के अवसरो पर कोई आउट सोर्सिंग बर्दाश्त नही करेगा बस्तर वाशी-मुक्तिमोर्चा




बस्तर संभाग को हवाई यात्रा से जोड़ने के सपने को राजनीतिक उठा  पठक के बीच आपसी श्रय की होड़ ने लंबा इंतजार करवाया है। सरकार व बस्तर प्रशासन द्वारा बस्तर के हक की राशि DMF फंड का प्रयोग कर कई गरीबो के आशियानी की कुर्बानी ले तैयार करवाया है। देश के प्रधानमंत्री के माद्यम से हवाई यात्रा को हरी झंडी दिखाने के बाद भी विमान कुछ दिन ही उड़ पाए है। 2 वर्ष  के इंतजार के बाद नहीं इंडियन एयरलाइंस के साथ अनुबंध कर पुनः हवाई यात्रा के प्रारम्भ करने का सपना बस्तर के लोगो को दिखाया गया है।हालांकि कोविड कॉल में कई बार एयरलाइंस के उद्धघाटन के दिनांकों की सरकारी घोषणा होने बाद भी लॉक डाउन के चलते टल गई है। अब पुनः 21 सितंबर को राज्य के मुख्यमंत्री के हाथों हवाई यात्रा का पुनः शुभारंभ करने की तैयारी में बस्तर प्रशासन जुटा है। पर जो खबर निकल कर आ रही है। कि सरकार द्वारा विगत 6 माह पूर्व अनुबधित इंडियन एयरलाइंस कम्पनी द्वारा बस्तर के एयरपोर्ट पर रिक्त सभी पद पर बस्तर से बहार से अस्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है। जो 21सितंबर इस सत्र की पहली हवाई यात्रा का बागड़ोर संभालेगी,जबकि इन पदों पर बस्तर के बेरोजगारों का हक है। जिसे कम्पनी द्वारा अनुबंध की शर्तों का खुला उल्लंघन कर अंजाम दिया जा रहा है। बस्तर  अधिकार मुक्तिमोर्चा के जिला सयोजक भरत कश्यप ने अपना बयान जारी करते हुए सरकार ,बस्तर प्रशासन व बस्तर के जनप्रतिनिधियों की नीतियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह कम्पनी द्वारा बस्तर के हितों के विरुद्ध लिया गया कोई फैसला बस्तर  कोई भी बेरोजगार नहीं सहेगा,ऐसे में सांसद बस्तर द्वारा एक मात्र पत्र एयरलाइंस को लिख ,स्तानीय भर्ती का आश्वासन  की पुड़िया देना , बस्तर हित में बस्तर के  बेरोजगार स्वीकार्य नही  है।सासंद जी को यह याद होना चाहिए कि कम्पनी का राज्यसरकार के साथ अनुबंध विगत 6 माह से भी अधिक का है। क्यों कम्पनी ने अनुबंध के बाद से ही जगदलपुर एरपोर्ट  में रिक्त सभी पदों की भर्ती हेतु प्रक्रिया प्रारम्भ नही की । जबकि एयरलाइंस के नुकशान की भरपाई का एक हिस्सा राज्य सरकार ने वहन का जिम्मा उठाया था। अब आनफांन में हवाई यात्रा प्रारम्भ की बात कह एयरलाइंस कम्पनी राज्य सरकार के साथ किये गए अनुबंध की शर्तों का उलंघन कर रही है। और स्थानी जनप्रतिनिधि व प्रशासन इस गम्भीर विषय पर मौन है। बस्तर के बेरोजगार अपने इस अवसर पर आऊट सोर्सिंग क्यों बर्दास्त करे,जवाब दे सरकार, मुक्तिमोर्चा के जिला सयोजक ने आगे अपने बयान में कहा कि वर्तमान में देश का संसद सत्र प्रारम्भ है। बस्तर के युवा ऊर्जावान सांसद सत्र में है। तो बस्तर की जनता उन से अपेक्षा रखती है। कि बस्तर के ज्वलन्त मुद्दे जैसे नगरनार में स्थित NMDC स्टील प्लांट का निजीकरण, पोलावरम बांध की ऊँचाई कम करने व बस्तर को कम नुकशान मुवावज की मांग,बस्तर में पासपोर्ट आफिस का शुभारंभ, केंद्रीय सभी प्रोजेक्ट में स्थानीय स्तर पर भर्ती,बिना बस्तर के हितों को तय किये NMDC को बस्तर की चार खदानों का लीज रिनिवल व रावघाट रेलवे परियोजना की धीमी गति जैसे बड़े सवाल को उठा केंद्र सरकार का बस्तर के प्रति ध्यान आकर्षित कर एक दलीय राजनीति की विचार धारा से ऊपर उठ बस्तर हितेशी कदमो के रूप में बस्तर के नीतिगत विरोध को संसद में दर्ज करवाएंगे। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा बस्तर के हितों से जुड़े हर मुद्दे पर अपनी सकारात्मक वैचारिक लड़ाई जारी रखते हुए बस्तर के जनप्रतिनिधियों व बस्तर प्रशासन को ज्ञापन सौप समस्याओं के निराकरण की मांग करेगी। 

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