बचेली - अपोलो अस्पताल के 40 स्टाफ की आयी आरटीपीसीआर रिपोर्ट। dm soni bacheli

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बचेली - अपोलो अस्पताल के 40 स्टाफ की आयी आरटीपीसीआर रिपोर्ट। 

40 लोगो का भेजा गया था सेम्पल डॉक्टर भी थे शामिल।  



बचेली - देर आये दुरुस्त आये। कोरोना वाइरस के तनाव के बीच नगरवासियो के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर है। अपोलो अस्पताल प्रबंधन अब देर से ही सही गम्भीर नजर आ रहा है। प्रशासनिक दबाव के बाद अस्पताल के सम्पूर्ण स्टाफ का सेम्पल किया जा रहा है। सभी स्टाफ को 3 केटेगिरी में विभाजित किया गया है। पहले जो संक्रमितों के सीधे संपर्क में आये थे उन कुल 40 लोगो का सेम्पल जांच हेतु भेजा गया था। जिसके बाद उनकी रिपोर्ट आ चुकी है सभी के सभी"निगेटिव" आये है। अब दूसरे जो अप्रत्यक्ष रूप से सम्पर्क में आये होंगे उनका सेम्पल भेजा जा रहा है। सबसे आखिर में तीसरी कैटिगिरी के स्टाफ का सेम्पल भेजा जाएगा। 



आपको बता दे कि इन 40 लोगो मे डॉक्टर, नर्स,लैब टेक्नीशियन,जो सीधे लोगो के सम्पर्क में आये थे इन सबका टेस्ट हुआ है। बाकी के आईसुलेशन वार्ड में रहने वाले एवं कुछ लैब टेक्नीशियन आदि लोगो को कोरिन टाइन किया गया है। उनका टेस्ट कुछ दिनों के बाद लिया जाएगा। दरसअल सीआईएसएफ के जवानों के पाजिटिव आने के बाद अस्पताल स्टाफ के कई लोगो को मानसिक तनाव से गुजरना पड़ रहा था। अब ऐसे लोगो का मनोबल बढ़ाने डाक्टरो द्वारा इनकी काउंसलिंग की जा रही है। 


जिससे वे मानसिक रूप से मजबूत होकर फिर से अपने काम पर लौटे। अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने इस बारे में बताया कि अस्पताल के ओपीडी सेक्शन को सेनेटाइज किया जा रहा है फिलहाल ओपीडी बन्द है। इमरजेंसी सेवा के लिए बाहर शेड में ओपीडी की व्यवस्था की गई है। अस्पताल में अब पहले से ज्यादा एहतियात बरती जा रही है। जरूरी सामानों की पूर्ति की जा रही है ग्लब्ज आ चुके है ,जिले में सबसे ज्यादा आरटीपीसीआर टेस्ट बचेली अपोलों अस्पताल में लिए गए है। स्टाफ दिन रात मेहनत कर रहे है डाक्टर बिना भय के लोगो का इलाज कर रहे है। परंतु कई बार मानवीय चूक सम्भव रहती है। वैसे समय रहते स्थिति को संभाल लिया गया है। 


फिलहाल सीआईएसएफ, एनएमडीसी एवं अन्य लोगो के इलाज हेतु मोबाइल टीम तैयार की जा रही है। ऑनलाइन काउंसिलिंग एवं दवाइयां डाक्टरो द्वारा दी जाएगी साथ ही ये टीम मौके पर जाकर लोगो का इलाज करेगी इससे अस्पताल में संक्रमित लोगो का आना कम हो पायेगा। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा कम होगा। स्टाफ का मनोबल कमजोर जरूर हुआ है परंतु सबकी काउंसलिंग की जा रही है। सीआईएसएफ के जवानों का भी लोगो के द्वारा किये जा रहे व्यवहार के चलते मनोबल गिरा है। जवानों की भी काउंसलिंग की जा रही है। 


यदि वो बीमार है तो हमे सहानुभूति दिखाते हुए उनका इलाज करना है। अस्पताल प्रबंधन पहले से ज्यादा चौकन्ना है। हमे बीती बातों को भुलाकर आगे की रणनीति पर कार्य करना होगा। तभी हम इस महामारी से लड़ने में कामयाब हो पाएंगे। सभी नगरवासियो से अपील है कि सावधानी बरतें अस्पताल जब तक अति आवश्यक ना हो ना आये। हाँथ समय समय पर धोते रहे ,मास्क एवं सेनेटाइजर का उपयोग करे। उचित दूरियों का ख्याल रखे।







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